शनिवार, 30 अक्टूबर 2021
कहा बंधन कहा मुक्ति?
गुरुवार, 7 अक्टूबर 2021
आत्म ज्ञान से कर्म निवृत्ति
बुधवार, 6 अक्टूबर 2021
जैसी मति वैसी गति (मनन)
मंगलवार, 5 अक्टूबर 2021
🌼 बोध और चेतना 🌼
रविवार, 3 अक्टूबर 2021
💮 चेतना मुक्ति द्वार 💮
शनिवार, 2 अक्टूबर 2021
आनंद में रहने की सरल विधि
खेल– आनंद में रहने की सबसे सरल विधि है। आप बच्चो को देख सकते हैं, जब वो खेल में मगन होते हैं तो कैसे आनंद में रहते हैं!! खेल में मगन बच्चो को न भूख है, न ही गर्मी सर्दी। न कोई मान सम्मान न ही कोई मित्र न ही शत्रु। और आपने सुना भी होगा कि "संसार खेल मात्र है परमात्मा का"।
अगर आपका जीवन में से ये खेल का सूत्र गायब है तो फिर आपका जीवन आपको बहुत बोझिल लगेगा, थकाने वाला लगेगा। संसार का सार केवल यहीं है कि ये सब बस माया का खेल है। अगर आप खेल को खेल ही जान कर खेल रहे हैं तो आप सदा खुश रहते हैं।
मनुष्य की सबसे बड़ी परेशानी यही हुई है कि वो खेल को खेल नहीं बल्कि चुनौती समझ गया है, खेल में जीत और हार को मूल्य दे रहें हैं और दुख ले रहें हैं।
गुरु की जरुरत केवल यही समझाने के लिए है कि आप थोड़ा रुक कर देख लो कि ये बस खेल है, कोई और इसका मकसद नहीं है। खेल का आनंद लो।
छोड़ो क्या करना है आत्मा का, परमात्मा का।
पहले खुद को ठीक से जान लो। खेल को पहचान लो। और आनंद में आगे बढ़ जाओ।
रविवार, 26 सितंबर 2021
मुक्ति
नर्क की आदत
वृत्ति को और छोटा करते हैं - आदत से शुरू करते हैं। व्यक्ति अधिकांशत अपनी आदत का गुलाम होता है अपनी कल्पना में हम खुद को आज़ाद कहते हैं, पर क...
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कितना मुर्ख था मैं जिसे समझा सच वो दुनिया तो जीवन का धोखा है डर, अंधेरे, रौशनी को तडपाती है रौशनी मिलती नहीं गुरु की तड़प, गुरु मिला नहीं स...
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राम घर मिल जाएँ तो अच्छा है। राम घर न मिलें तो अच्छा है। तलाश राम की जारी रखें तो अच्छा है। गुरु घर मिल जाएँ तो अच्छा है। गुरु घर न मिले...