राम घर मिल जाएँ तो अच्छा है।
राम घर न मिलें तो अच्छा है।
तलाश राम की जारी रखें तो अच्छा है।
गुरु घर मिल जाएँ तो अच्छा है।
गुरु घर न मिलें तो अच्छा है।
तलाश गुरु की जारी रखें तो अच्छा है।
आत्म-गुरु की जागृती हो तो अच्छा है।
तलाश सत्य की जारी रखें तो अच्छा है।
पल-पल लूट रहे हो दुनिया में ये क्या अच्छा है?
सहारा ढूंढ रहे हो बूतों में ये क्या अच्छा है?
घुल जाओ राम की तलाश में बस यही अच्छा है।।
जिसमें राम का सार नहीं उसे छोड़ना अच्छा है।।
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